12वीं बोर्ड परीक्षा की माथापच्ची पर SC ने दी केंद्र सरकार को ये सलाह, जानें लेटेस्ट डेवलपमेंट
12th Board Exam 2021 Update: मामले में संक्षिप्त सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी.
अटॉर्नी जनरल ने जवाब दिया कि इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए एक मीटिंग की गई है. (ज़ी बिज़नेस)
अटॉर्नी जनरल ने जवाब दिया कि इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए एक मीटिंग की गई है. (ज़ी बिज़नेस)
12th Board Exam 2021 Update: सुप्रीम कोर्ट ने आज केंद्र सरकार से कहा कि अगर सरकार 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं (12th Board Exam 2021) के संबंध में कोविड महामारी के बीच पिछले साल लिए गए फैसले से पीछे हट रही है तो इसकी वजह बताएं. IANS की खबर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया कि पिछले साल अपनाई गई नीति इस साल भी अपनाई जा सकती है.
केंद्र सरकार ने मांगा बुधवार तक का समय
खबर के मुताबिक, केंद्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अटॉर्नी जनरल (एजी) के. के. वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट से बुधवार तक का समय देने का आग्रह किया ताकि वह महामारी के चलते 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा कैंसिल करने के फैसले के साथ वापस आ सके. जस्टिस ए.एम. खानविलकर और दिनेश माहेश्वरी ने एजी से कहा, आप एक फैसला लेते हैं, लेकिन अगर आप पिछले साल परीक्षा के संबंध में लिए गए फैसले से विचलित हो रहे हैं, तो आप हमें अच्छे कारण बताएं.
नोटिफिकेशन से हटने की ठोस वजह बताएं
पीठ ने इस बात पर जोर दिया कि जो नीति पिछले साल अपनाई गई थी उसे इस साल भी अपनाया जा सकता है और दोहराया कि अगर केंद्र पहले जारी नोटिफिकेशन से हट रहा है तो उसके पास ठोस कारण होना चाहिए. अटॉर्नी जनरल ने जवाब दिया कि इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए एक मीटिंग की गई है. पीठ ने जवाब दिया, जो भी फैसला उचित हो, ले लो, लेकिन याचिकाकर्ता ने जो व्यक्त किया है वह यह है कि पिछले साल की नीति का पालन किया जाना चाहिए.
TRENDING NOW
कोर्ट ने पिछले साल के नोटिफिकेशन पर की टिप्पणी
पीठ ने एजी से आगे पूछा, पिछले साल एक नोटिफिकेशन जारी की गई थी, इसे इस साल क्यों जारी नहीं रखा जा सकता है? मामले में संक्षिप्त सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी. अधिवक्ता ममता शर्मा द्वारा दायर याचिका में सुप्रीम कोर्ट से बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द करने के लिए बोर्ड को निर्देश जारी करने का आग्रह किया गया था, ताकि इसके बजाय एक विशिष्ट समय-सीमा के भीतर परिणाम घोषित करने के लिए एक वस्तुनिष्ठ कार्यप्रणाली तैयार की जाए.
याचिका में क्या कहा गया है
याचिका में कहा गया है, कोविड की स्थिति पिछले साल की तुलना में ज्यादा गंभीर है और उत्तरदाताओं को बारहवीं कक्षा के छात्रों के ग्रेडिंग/अंकों का आकलन करने के लिए पिछले साल की तरह ही मानदंड अपनाने की जरूरत है. याचिका में कहा गया है कि अभूतपूर्व सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के बीच छात्रों को अनिश्चितता का सामना नहीं करना पड़ सकता है. याचिका में कहा गया है कि यह एक उचित मामला है जिसमें सुप्रीम कोर्ट संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर प्रतिवादियों (Defendants) को उसी सिस्टम को लागू करने का निर्देश दे सकती है, जिसे दसवीं कक्षा के लिए रिजल्ट्स घोषित करने और कक्षा बारहवीं के लिए परीक्षा रद्द करने के लिए अपनाया जा रहा है.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, यहां देखेंं Zee Business Live, अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.
01:15 PM IST